On Page SEO सबसे अलग हिंदी में – On Page Kya Hota Hai.
On-Page optimization ek SEO का ही पार्ट है ,seo का मतलब होता है Search Engine Optimization,यानी की अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को बेटर Search Engine Result पेज के लिए Optimize करना .यह optimization भी 2 तरीके से होता है, on page optimization, and off page optimization.
On page करते कैसे है?
On-page seo optimization में हम पोस्ट title, permalink, keywords, heading and subheading, image optimization, meta tags, search description, anchor text, loading speed जैसे कई सारे seo factors पर ध्यान देते है। on page में हमे जो भी change करना होता है ! तो उसे हम वेबसाइट के backend में करते है !
कुछ महत्वपूर्ण बातें जो हम on page seo वेबसाइट में करते है
1 – Website/Blog Post Title
On Page seo me title bahut matahavpun hota hai. Me umid karta hu ki ap apni website / blog ka title jittna accha banaye ge uttna jadha click apki website par aaye ge.
2 – Post Permalink Structure
Post के title के बाद दूसरी सबसे महत्वपूर्ण चीज़ जो आपको ध्यान से set करनी चाहिए वो है आपकी पूरी site का permalink structure. इस सम्बन्ध में आप हमारे नीचे दिए गए articles को read कीजिये.
एक बात को आप सुनिशित कर लीजिये कि आप अपने target keyword permalink में ज़रूर use करें
3 – Heading Tags
Heading Tags Search Engine Rankings के लिए कुछ ख़ास important factor तो नहीं है lakin yadi feer bhi ap sabi thara ki headings जैसे कि H1, H2 और H3 का proper use अपने पूरे article में throughout करेंगे तो आपको ज़रूर rankings में benefit melta hai. ap apni website me कोशिश कीजिये कि आप अपने main keyword को और उसके सम्बन्धत कुछ और keywords का प्रयोग भी आप heading tags में करें. taki apko traffic me faida ho sake.
4 – Keyword Density
Keyword Density भी आजकल कुछ ख़ास important factor नहीं रह गया है क्योंकि जो चीज़ सबसे ज्यादा matter करती है वो है आपके content की quality ki apki website ya blog ka content kesa hai. फिर भी यदि आप किसी बहुत ही ज्यादा targeted keyword के लिए article लिख रहें है तो आपके लिए यह बढ़िया होगा कि आप main keyword उससे related कुछ और words को मिलकर keyword density लग-भाग 1.5% रखें apki website ke liye better hota hai.
5 – Meta Tags
Meta Tags कुछ ऐसे tags होते है joki search engine को आपके article के बारे में कुछ valuable information को short में provide करते हैं. एक बहुत ही मत्वपूर्ण meta tag है meta description.
Meta Description ke duira ap user ko ek छोटी सी जानकारी देते है क्योकि search engine results में आपकी site के title और link के नीचे display होती है. यह मत्वपूर्ण दो पहलूओं से होती है. पहले पहलू keyword का है. यदि आप keyword का प्रयोग इस description में करते हैं तो आपको search engine में किसी particular keyword में ranking प्राप्त करने में मदद मिलेगी or apki ranking bhi better hogi. दूसरा factor CTR का hota है. जितनी ज्यादा बढ़िया आपकी meta description hoga. उतने ही ज्यादा लोग आपके लिंक पर click करेंगे और जिससे आपकी ranking और traffic दोनों बढ़ेगी.
6 – Images
Ajkal dunia images का होता जा रहा है और लोग पढने की जगह देखना ज्यादा पसंद करते हैं. इस चीज़ को ध्यान में रखते हुए search engines ने भी media का use करनी वाली sites की ranking को improve करना suru कर दिया है. isleye आपके लिए यह सख्त recommendation होगी कि आप अपने हर एक blog post जिसे कि आप किसी भी keyword के लिए targeted banana चाहते हैं, usme images और दूसरे media जैसे की videos आदि का use करें. इसके अतिरिक्त आप images के ALT tags or unke names me bhi apne targeted keyword ka use kare. usse आपको पक्का benefit होगा. is se apki website par traffic increase hoga.
7 – Word Count Per Post
एक चीज़ आम देखी गयी है कि जिन भी posts की length काफी ज्यादा होती है उनकी ranking हमेशा good होती है. इसकी सबसे बड़ी Example Wikipedia hai.
आपने देखा होगा कि wikipedia के सभी articles बहुत ज्यादा लम्बे होते हैं उनका word count per post बहुत adik होता है. इसलिए उनकी ranking भी अक्सर number 1 होती है. apko isliye badi cheleki se बढ़िया content लिखना चाहिए और जितनी ज्यादा बातें आप अपने posts में बताएं उतना ही बेहतर होगा. Readers को bore होने से बचाने के लिए media का content में thorughout use कीजिये. ye bhi website or blog ke liye accha hota hai.
8 – Internal Linking
Internal Linking एक और बहुत ज्यादा important factor hota है. इसकी भी मैं आपको सबसे बढ़िया example देना चाहूँगा, Wikipedia. आपने देखा होगा कि चाहे कोई भी wikipedia article par हो, उसमे बहुत ज्यादा internal linking hi hote hai. आपको भी अपने blog posts में related content के साथ Internal Linking करनी चाहिए. Internal linking की example आप हमारे इस post में ही ले लीजिये. jashe ki mane apni post me apni other post ka internal linking kiya hai. यदि आप बढ़िया ranking प्राप्त करना चाहते हैं.
9 – External Linking
Jis parkar Wikipedia में internal linking की होती है उसी प्रकार वे एक Reference का अलग से section बनाकर External Linking भी kar sakte hai. apko भी आपके article में अलग-अलग जगह पर जहाँ पर ज़रुरत पड़े, external linking भी करनी चाहिए. external linking की बात करें तो एक और important चीज़ है, backlinking जिसके बारे में आप हमारे नीचे दिए गए article में पढ़ sakte hai.
10 – Engaging Content Write Kare
Apko अपना content कुछ ऐसा लिखना चाहिए कि अद्दिक से अद्दिक users अद्दिक से अद्दिक समय के लुए उसके साथ engage हो पायें. एक SEO कुछ ऐसी होती है जिसमे हम केवल search engine factors पर ध्यान रखते हुए articles लिखते rathe हैं. एक SEO ऐसी होती है जिसमे हम उन factors का ध्यान तो रखते ही हैं, उसके साथ में, engaging content लिखते हुए अपने readers का भी ध्यान रखते हैं. me to apko sagguest karu ki ap हमेशा याद रखें कि आप content अपने readers के लिए लिखते हैं naki search engines के लिए. readers ki jarurat ko samjo.
SEO ki 15 Advance On Page Technique !
Title Me Keyword ka use Kare.
Permalink (Post url) me Keyword ka use Kare.
Post ke First Paragraph me Keyword ka use Kare
Image me ALT Tag me Keyword ka use Kare
H2 & H3 Headings me Keyword use Kare.
Important Keywords or Related Keywords ko Bold Kare.
1-2 important Keywords ko italics Kare.
Related Articles ko Interlink kare.
Permalinks se all stop words ko Remove kare.
Long Post Likhe ( Minimum : 700 words )
Image ko Upload Karne se Pehle optimize Kare ( Compress and Resize )
Page Loading Time kam Kare.
Post me LSI Keywords ka use kare.
Description “Title” se related use kare.
Website Me keywords par interlinking jarur kare.
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